Most Essential system software required for booting।बूटिंग के लिए सबसे आवश्यक सिस्टम सॉफ्टवेयर।
Booting kya hoti hai। बूटिंग क्या होती है।
दोस्तों मैं बताने बाला हूँ बूटिंग क्या होती है और उसके लिए आवश्यक सॉफ्टवेयर (Software ) क्या है। अगर वह सॉफ्टवेयर होगा तब क्या होगा, और नहीं होगा तब क्या होगा।जिसके कारण कम्प्यूटर अपना कार्य शुरू करता है। तो चलिए इसके बारे में मैं आपको बताता हूँ।
Booting
जब हम अपने कम्प्यूटर की पॉवर ऑन करते हैं तब कम्प्यूटर कार्य करने की स्थिति में आने से पहले कम्प्यूटर की तीन Files को पढता है और ये तीन फाइलें कम्प्यूटर में न हो तो कम्प्यूटर कार्य नहीं करेगा। अगर ये मौजूद हैं तब कम्प्यूटर कार्य करेगा।
कम्प्यूटर के ऑन होने से लेकर files को पढ़ने तक का समय बूटिंग कहलाता है।
ये तीन Files निम्न प्रकार हैं -
- MS DOS (Microsoft operating sysytem )
- IO (Input Output system)
- Comand com (Input comand)
ये तीन फ़ाइलें हैं जिन्हे कम्प्यूटर बूटिंग के समय पढता है।
Booting के प्रकार
बूटिंग दो प्रकार की होती है -
- Cold booting
- Warm booting
Cold booting
जब हम अपने कम्प्यूटर को पहली बार पॉवर बटन से ऑन करते हैं तो उसे हम कोल्ड booting कहते हैं। यह क्रिया हम बार बार करते हैं जब भी हमें कम्प्यूटर का Use करना होता है।कोल्ड बूटिंग में कम्प्यूटर सभी कम्पोनेंट की जाँच के लिए POST परीक्षण करता है और ये सुरक्षित बूटिंग होती है।
Warm booting
जब कम्प्यूटर चालू होता है और उस अवस्था में हम कम्प्यूटर का रिसेट (Restart ) बटन दबाते हैं जिससे कम्प्यूटर स्वतः ही चालू हो जाता है उसे हम warm booting कहते हैं। वार्म बूटिंग को हम ctrl+alt+delete से भी कर सकते हैं।
वार्म बूटिंग की आवश्यकता हमें तब भी होती है जब हम अपने कम्प्यूटर को Format करना चाहते हैं और उसमें नया आपरेटिंग सिस्टम इनस्टॉल करना चाहते हैं।
बूटिंग के लिए आवश्यक सिस्टम सॉफ्टवेयर
दोस्तों मैं आपको अपनी जानकारी से बता दूँ की सिस्टम सॉफ्टवेयर वह होता है जो हमारे सिस्टम (कम्प्यूटर को ) चलाता है उसे हम सिस्टम सॉफ्टवेयर कहते हैं। जो कि एक आपरेटिंग सॉफ्टवेयर होता है। जिसके बिना हमारा कम्प्यूटर एक डब्बा के समान है अगर हमारे कम्प्यूटर में सिस्टम सॉफ्टवेयर (System software )तो ही कम्प्यूटर Work करेगा अन्यथा नहीं।
कुछ PC सिस्टम सॉफ्टवेयर
मैं आपको सिस्टम सॉफ्टवेयर के ऐसे सिम्पल सॉफ्टवेयर के उदाहरण दूंगा जिन्हे आप सभी जानते हैं या जान लोगे।
Windows xp, windows 7,8,10, linux, unix, etc.
यदि यह सिस्टम सॉफ्टवेयर हमारे कम्प्यूटर में है तब हम अपने कम्प्यूटर को boot करा कर अपना कार्य कर सकते हैं।
कुछ Mobile सिस्टम सॉफ्टवेयर
इसी प्रकार हमारे मोबाइल में भी सिस्टम सॉफ्टवेयर के होने पर हम मोबाइल को boot या reboot कर पाते हैं अगर मोबइल में ये सॉफ्टवेयर न हो तो मोबाइल भी नहीं चल पायेगा।
मोबाइल सिस्टम सॉफ्टवेयर
IOS, Android, windows, backbery etc.
निष्कर्ष
तो बूटिंग के लिए कम्प्यूटर या मोबाइल में इन सिस्टम सॉफ्टवेयर का होना आवश्यक है तभी हम अपने सिस्टम (PC या कम्प्यूटर ) को बूट (Boot )करा सकते हैं। और वार्म बूटिंग तभी की जाती है जब हमें आवश्कता होती है।
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